बर्लिन हॉस्पिटल में 19 वर्षीय बच्चे की मौत, परिवार वालों ने लगाया डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, बर्लिन हॉस्पिटल प्रबंधक ने 7 घंटे तक डेड बॉडी को बनाकर रखा बंधक
CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI
हजारीबाग के रहने वाले एक पिता को अभी तक यह यकीन नहीं हो रहा है कि उनका 19 साल का बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा वह अचानक से रोने लगता है उसकी आंखों से आंसू आ जाते हैं, और वह अपने सगे संबंधियों से गले मिलकर रो रो कर दिल हल्का करता है मगर सच्चाई तो यह है कि अब उसका बेटा इस दुनिया में नहीं रहा गौरतलब है कि हजारीबाग में एक एक्सीडेंट में 19 साल के बेटे सूरज राम का हेड इंजरी हो गया था जिसके बाद उसके परिवार वालों ने बर्लिन हॉस्पिटल में 8 दिसंबर को एडमिट करवाया परिवार वाले लगातार अपने बेटे का हाल-चाल डॉक्टरों से ले रहे थे मगर उसकी तबीयत कैसी है डॉक्टर उसको बताने में असमर्थ नजर आ रहे थे आखिर शुक्रवार दोपहर 1:00 बजे 19 साल की उस मासूम बच्चे ने अपनी अंतिम सांस ली और उसने दुनिया को अलविदा कह दिया !
उसके बाद उसके परिवार वालों ने बर्लिन हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया उसके परिवार वालों का कहना है कि बर्लिन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उनके बच्चे की जान ले ली अगर वहां के डॉक्टर मेरे बच्चे का इलाज सही तरीके से कर पाते तो आज मेरा बच्चा जिंदा होता और हम लोगों के बीच होता है बच्चे के मृत्यु के बाद बर्लिन हॉस्पिटल प्रबंधक ने 210000 काबिल परिवार वालों को थमा दिया लेकिन मृतक का परिवार काफी गरीब था उसने सिर्फ 115000 ही हॉस्पिटल में जमा कराएं बर्लिन हॉस्पिटल प्रबंधक ने मासूम बच्चे की डेड बॉडी को 8 घंटे तक बंधक बनाकर रखा !
उन लोगों का कहना था कि जब तक पूरे पैसे नहीं मिलेंगे तब तक डेड बॉडी परिवार वालों को नहीं सौंपी जाएगी यह बात जैसे ही मीडिया में फैली आनन-फानन में बर्लिन हॉस्पिटल प्रबंधक ने रात 8:00 बजे के करीब मृतक बच्चे की डेड बॉडी परिवार वालों को सौंप दी लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि हॉस्पिटल प्रबंधन कितना निर्दय है कि 7 घंटे तक डेड बॉडी को अपने पास रखा ! मृतक के परिवार वालों की तरफ से थाना में कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है और रात 8:00 बजे मृतक के परिवार वाले अपने बच्चे की डेड बॉडी को लेकर हजारीबाग के लिए रवाना हो चुके थे
Report By :- SHIVANI SHARMA, CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI