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400 नक्सली झारखंड के कई जिलों में हमले करने की फिराक में, 3 जिलों की पुलिस अलर्ट

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CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

छत्तीसगढ़ में बड़े हमले को अंजाम देने के बाद अब 400 नक्सली झारखंड में भी ऐसा हमला करने की फिराक में हैं। राज्य के कोल्हान डिवीजन में नक्सली ऐसी कोशिश कर रहे हैं। इस डिवीजन में पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूह जैसे बड़े जिले आते हैं। इन जिलों में एक्टिव नक्सलियों ने चाईबासा की पुलिस को ब्लास्ट से उड़ाने का प्लान बनाया है। इन्होंने एक पहाड़ पर कब्जा जमा लिया है। ये जानकारी सामने आने के बाद अब 3 जिलों की पुलिस अलर्ट पर है।

Witness in the Corridors Bureaucracy News: R.K Mallik IPS, has been transferred as ADG Special Branch, Jharkhand Police.झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आरके मलिक ने कहा हमारे पास कोई ऐसी सूचना नहीं है जिसमें नक्सली किसी तरह के हमला करने की फिराक में है और ना ही हमारे पास यह जानकारी है कि झारखंड में नक्सली का जमावड़ा हो रहा हैकि झारखंड पुलिस के पास ऐसी कोई सूचना फिलहाल नहीं है 

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खुफिया विभाग की रिपोर्ट में खुलासा
खुफिया विभाग ने पुलिस मुख्यालय को एक रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में नक्सलियों की एक्टिविटी के बारे में विस्तार से बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक चाईबासा के लांजी पहाड़ पर नक्सली तेजी से एक्टिव हो रहे हैं। यहां 300 के आसपास नक्सली जमे हुए हैं। इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम (गालूडीह-डुमरिया-घाटशिला) के जंगल के बीच बंगाल-उड़ीसा बॉर्डर पर दो दस्ते छुपे हैं। इनमें से एक आकाश उर्फ असीम मंडल तो दूसरा पटमदा के सचिन का दस्ता है। दोनों में 50 से ज्यादा नक्सली हैं।

एक महिला नक्सली की आपबीती, ऐसे होता है नक्सली संगठन में अत्याचारइसके अलावा सरायकेला में 55-70 नक्सली जमे हैं। मुख्यालय ने कोल्हान डिवीजन के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला खरसावां की पुलिस को अलर्ट जारी किया है। थानेदारों को एहतियात बरतने का आदेश दिया गया है। गुड़ाबांधा के थानेदार PSI प्रणन ने बताया कि मुख्यालय से 2 दिन पहले कई आदेश मिले हैं। इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है।4

पुलिस को शिकार बनाने 2 माह में 3 हमले किए, पढ़िए… SHADAB KHAN की ग्राउंड रिपोर्ट

चाईबासा के लांजी पहाड़ पर 7-8 फरवरी को हई मुठभेड़ के बाद पुलिस का कब्जा माना जा रहा था। इसके ठीक 25 दिन बाद नक्सलियों ने झारखंड जगुआर के 3 जवानाें को रॉकेट लॉन्चर के जरिए शहीद कर दिया। इस तरह के जुगाड़ से बनाए गए राॅकेट लाॅन्चर का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ हमले में भी किया गया। महाराज प्रमाणिक के अलावा एक कराेड़ के इनामी नक्सली नेता पतिराम माझी उर्फ अनल दा का भी अब लांजी पहाड़ पर कब्जा माना जा रहा है। इनके साथ 100 से ज्यादा नक्सली हैं।

8 गाड़ियां फूंककर नक्सलियों ने बताई उपस्थिति
बुधवार काे ही इस दस्ते ने लांजी पहाड़ तक सड़क बना रही ठेका कंपनी की 8 गाड़ियां फूंक दीं। घटना के 20 घंटे के बाद भी पुलिस गाड़ी देखने पहाड़ियों के नीचे नहीं पहुंची। घटनास्थल से आधा किमी दूर सैप (स्पेशल आर्म्ड पुलिस) के कैंप से भी 24 घंटे बाद तक कोई नहीं पहुंचा।

हालांकि, जिले के SP अजय लिंडा घटनास्थल तक पैदल पहुंचे। पुलिस मान रही है कि फाेर्स काे छत्तीसगढ़ की तर्ज पर निशाना बनाने के लिए नक्सली उन्हें ऐसी घटनाओं से पहाड़ी पर आने का निमंत्रण दे रहे हैं। जबकि महीने भर तक पहाड़ी के आसपास तैनात 2000 से ज्यादा पुलिस हटा दी गई है। इधर, नक्सलियों की घटना से गांव के लोग बेफिक्र हैं। जिस रास्ते पर गाड़ियां जलाई गईं, उसी रास्ते से गुजरते ग्रामीणों ने कहा कि डर किससे और क्याें।

Chhattisgarh: 14 Naxals Killed In An Encounter With Security Forces Near Sukma - छत्तीसगढ़ के सुकमा में पुलिस ने मुठभेड़ में 15 नक्सली किए ढेर - Amar Ujala Hindi News Liveनक्सलियों के कोड वर्ड पकड़ने से सुरक्षा बलों मिली सफलता
झारखंड पुलिस के मुताबिक, स्थानीय खुफिया इनपुट की मदद से नक्सलियों के खिलाफ अभियान की सफलता का प्रतिशत बढ़ गया है। नक्सलियों के कोड वर्ड और उनकी लोकल भाषा काे समझने की वजह से जवानाें काे काउंटर रणनीति में सफलता मिल रही है। नक्सलियों द्वारा छुपाए गए डेटोनेटर और विस्फोटक भारी मात्रा में बरामद हुए हैं। पुलिस पर हमले के लिए नक्सलियों ने 250 आईईडी लगाए थे, जिन्हें विस्फोट से पहले ही निष्क्रिय कर दिया गया है। पुलिस का दावा है कि लगातार चलाए जा रहे अभियान से नक्सलियों को जान बचाने के लिए नए ठिकानों की तलाश में इधर-उधर भागना पड़ रहा है।

18 साल में हुए लैंड माइंस विस्फोट और मुठभेड़

साल विस्फोट मुठभेड़
2001 08 312
2002 08 267
2003 10 322
2004 12 279
2005 08 223
2006 08 307
2007 03 478
2008 03 436
2009 41 512
2010 29 496
2011 06 504
2012 04 404
2013 04 349
2014 06 231
2015 196
2016 04 196
2017 02 159
2018 03 145
2019 025

 

510 जवान शहीद हुए, 846 नक्सली मारे गए

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 18 साल में 5,688 नक्सली हमले और घटनाओं में अब तक 510 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं, वहीं पुलिसिया कार्रवाई में 846 नक्सली मारे गए हैं।

सरायकेला-खरसावां में कई बड़े नक्सली

सरायकेला के कुचाई इलाके में पिछले चार महीने से कई बड़े माओवादी नेता कैंप कर रहे हैं। झारखंड पुलिस के खुफिया विभाग को जो सूचनाएं मिली हैं, उसके मुताबिक एक करोड़ का इनामी माओवादी और पोलित ब्यूरो मेंबर प्रशांत बोस भी फिलहाल सरायकेला में ही है। प्रशांत बोस के साथ 25 लाख का इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल दा, 15 लाख का इनामी जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक, 10 लाख का इनामी अमित मुंडा समेत 200 लोकल नक्सली सदस्य दस्ते के साथ सरायकेला-खरसावां में जमे हुए हैं।

Report By :- SHADAB KHAN / PALAK SINGH, CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

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