EDUCATION DESK, NATION EXPRESS, RANCHI
रांची के स्कूल नौ महीने बाद सोमवार से एक बार फिर गुलजार हो गए हैं। यहां तय समय पर घंटियों की आवाज एक बार फिर गूंजने लगी है। नौवीं और 12वीं के बच्चे निर्धारित समय के हिसाब से स्कूल पहुंचे। स्कूल के मुख्य गेट पर ही एंट्री से पहले छात्रों के बैग और हाथों को सैनिटाइज किया गया। बॉडी टेंपरेचर सही होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी को क्लास में एंट्री दी गई।
सभी स्टूडेंट्स अपने साथ अभिभावकों से सहमति पत्र साथ लाए थे। जिन स्टूडेंट्स के पास घोषणा पत्र नहीं था उन्हें क्लास में एंट्री नहीं दी जा रही थी। सोमवार को जहां शहर के जहां सारे हायर सेकेंड्री स्कूल खोल दिए गए। वहीं प्राइवेट स्कूलों में अभी मंत्रणा का दौर जारी है। कुछ स्कूल खुले हैं जबकि आधे से ज्यादा अभी भी बंद हैं।
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प्रिंसिपल ने कहा- बच्चे बढ़े तो ऑड-इवन के हिसाब से स्कूल बुलाएंगे
जिला स्कूल की प्रभारी प्राचार्य यास्मीन ने बताया कि स्कूल के सभी क्लास को सैनिटाइज कर लिया गया है। एंट्रेंस पर बच्चों को थर्मल स्क्रिनिंग और सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही एंट्री मिल रही है। क्लास में एक बेंच पर एक ही बच्चे को बैठने का परमिशन दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी पहला दिन है। फिलहाल एक क्लास में 18 बच्चे को बैठने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि अगर अधिक बच्चे आएंगे तो रोल नंबर के अनुसार से ऑड-इवन के हिसाब से बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेक्शन को सब सेक्शन में भी बांटा जाएगा।
अभिभावकों ने कहा- परीक्षा से पहले जरूरी थी स्कूल की पढ़ाई
बच्चे को स्कूल भेजने पर अभी भी अभिभावकों की राय बंटी हुई है। कुछ स्कूल जहां अभिभावकों की सहमति नहीं मिलने के कारण नहीं खुल पाए हैं तो डीपीएस में अपने बच्चों को छोड़ने आए अभिभावक संजय कुमार ने बताया कि नौ महीने से बच्चे घर में हैं। दो महीने बाद परीक्षा होनी है। परीक्षा से पहले बच्चों को स्कूल में शिक्षकों की गाइडलाइन जरूरी है। उन्होंने बताया कि हम अपनी स्वेच्छा से बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं। स्कूल की तरफ से बच्चों को स्कूल भेजने के लिए फॉर्म भराया गया है और अपने हमने फॉर्म भरा है।
स्टूडेंट्स ने कहा- स्कूल में अच्छे से हो पाएगी तैयारी
कॉमर्स के स्टूडेंट्स प्रणव कुमार मिश्रा ने बताया कि स्कूल आने में बिलकुल डर नहीं लगा। बस स्कूल में सरकार के दिशा-निर्देशों का ख्याल रखना है। डिस्टेंस बना के रखेंगे। उन्होंने बताया कि घर में पढ़ाई बाधित हो रही थी। उन्होंने बताया कि स्कूल को मिस कर रहे थे। तीन महीने बाद परीक्षा होनी है। स्कूल खुल जाने से तैयारी बेहतर हो पाएगी।
Report By :- ADITI RANJAN, EDUCATION DESK, NATION EXPRESS, RANCHI