पुलिस के नाक के नीचे लॉकडाउन में हो रहा है रांची के होटलों में देह व्यापार का धंधा, झारखंड होटल एसोसिएशन ने कहा जल्द उठाया जाएगा सख्त कदम
CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI
कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए पिछले साढ़े चाह महीने से एक ओर जहां राज्यभर में होटल, गेस्टहाउस और मेस बंद हैं। वहीं दूसरी ओर, राजधानी के कुछ होटल वाले सरकार के दिशा-निर्देशों का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं।
नेशन एक्सप्रेस के संवाददाता काजल त्रिपाठी ने होटल एसोसिएशन के एक अधिकारी से बातचीत की नाम ना छापने की शर्त पर होटल एसोसिएशन के अधिकारी का कहना है कि अगर कोई होटल इस तरह का कोई काम कर रहा है तो यह काफी घिनौना है रांची के होटलों में देह व्यापार का धंधा अगर कोई चला रहा है तो यह गलत काम है और रांची पुलिस को वैसे तमाम होटलों पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए जो देह व्यापार के धंधे में लिप्त है और झारखंड होटल एसोसिएशन भी जल्दी उन लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाएगा
स्टेशन रोड जहां बड़ी संख्या में छोटे होटल हैं, वहां के कुछ होटल वाले ग्राहकों को कमरा तो उपलब्ध करा ही रहे है, वेश्यावृत्ति के लिए भी कमरा दे रहे हैं। उनके होटल में कौन आ रहा है, उसकी रिपोर्ट निगेटिव है या पॉजिटिव इसे देखने वाला कोई नहीं है।
ग्राहक और कॉलगर्ल आराम से कमरे में जा रहे हैं और आधा घंटा बाद पैसे देकर आराम से निकल जा रहे हैं। स्टेशन रोड में चल रहे जिस्मफरोशी के इस धंधे का स्टिंग किया है; यह बताने की कोशिश की है कि कैसे राजधानी में सरकार की नाक के नीचे खुलेआम वेश्यावृत्ति का धंधा चल रहा है।
ग्रहक को होटल में लेकर जाती हैं कॉलगर्ल्स
स्टेशन रोड में धंधा करने वाली महिलाएं (कॉलगर्ल्स) जैसे ही ग्राहक सेट होते हैं; उन्हें लेकर सामने वाली गली के होटलों में चली जाती हैं। होटल में घुसने से पहले होटल संचालक कई जगहों पर अपने आदमियों को तैनात कर देता है, ताकि कोई पुलिस या प्रेस वाला देख न ले। पूरी तरह से इतमीनान होने के बाद ही होटल के कमरे में इंट्री दी जाती है।
स्टेशन रोड के 3 होटलों पर हो चुका है केस
अबतक स्टेशन रोड के तीन होटलों पर मामला दर्ज हो चुका है। इन तीनों पर बिना सरकार से इजाजत लिए ग्राहकों को कमरे में ठहराने का मामला दर्ज कराया गया है। हालांकि, सूचना मिलने पर चुटिया पुलिस छापेमारी भी कर रही है।
इसलिए, पुलिस नहीं कर पा रही कार्रवाई
स्टेशन रोड मे कुछ होटल तो ऐसे हैं, जो जिला प्रशासन से लोगों को क्वाॅरेंटाइन करने के लिए इजाजत लिए हुए हैं। लेकिन, अपने यहां आम ग्राहकों को रख रहे हैं। जिला प्रशासन भी ऐसे होटल संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाता। पूछने पर जवाब मिलता है कि ग्राहक क्वाॅरेंटाइन वाले हैं।
रिपोर्टर से कॉलगर्ल की बातचीत
रिपोर्टर : कितना लगेगा।
कॉलगर्ल : 1000
रिपोर्ट : कितना देर।
कॉलगर्ल : कितना देर क्या, काम हुआ बस खत्म।
रिपोर्टर : कहां चलना होगा।
कॉलगर्ल : होटल है न।
रिपोर्टर : हम तो अभी होटल में गए थे; होटल वाला बोला कमरा नहीं मिलेगा।
कॉलगर्ल : है न होटल; वो मेरा काम है।
रिपोर्टर : होटल का कितना लगेगा।
कॉलगर्ल : होटल के कमरे का 500 रुपए लगेगा।
रिपोर्टर : हम अपनी जगह पर ले जाएंगे; तो उसका कितना लगेगा।
कॉलगर्ल : आपके पास अपनी जगह है क्या।
रिपोर्टर : हां मेरे पास भी अपनी जगह है।
कॉलगर्ल : वहां चलने का 2000 रुपए लगेगा।
रिपोर्टर : हमको तीन चाहिए; बाहर से लोग आया हैं, उनके लिए।
कॉलगर्ल : सब मिल जाएगा। जीतना बोलिएगा; उतने का इंतजाम हो जाएगा।
रिपोर्टर : अभी चलना है।
कॉलगर्ल : थोड़ी देर में गाड़ी लेकर आ जाते हैं।
Report :- CRIME DESK, NATION EXPRESS BUREAU, RANCHI