शाहीन बाग आंदोलन की ‘दादी’ ने बनाई दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में जगह, टाइम ने लिखा- भाजपा ने मुसलमानों को टार्गेट किया
NEWS DESK, NATION EXPRESS, NEW DELHI
टाइम मैग्जीन ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों (2020) की लिस्ट जारी कर दी है। वैसे इस लिस्ट में PM मोदी का नाम होने के साथ ही आयुष्मान खुराना का भी नाम है। लेकिन, टाइम मैग्जीन ने कई तीखे कमेंट भी किए हैं। टाइम के एडिटर कार्ल विक ने लिखा है कि भारत की 1.3 अरब की आबादी में ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और दूसरे धर्मों के लोग शामिल हैं। नरेंद्र मोदी ने इन्हें संशय में डाल दिया है। वहीं इन दो दिग्गजों के अलावा एक नाम ऐसा भी है जिसे सुनकर आपक शॉक्ड हो जाएंगे। जी दरअसल इस लिस्ट में बिलकिस बानो दादी का भी नाम है जिन्हे आपने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में देखा होगा। 82 साल की बिलकिस दादी को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल चुकी है। जी दरअसल दादी का नाम टाइम मैग्जीन के 2020 के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया है जो एक शॉकिंग खबर है।
वैसे हम आपको बता दें कि इस लिस्ट में गूगल सीईओ सुंदर पिचाई, ऐक्टर आयुष्मान खुराना, एचआईवी से जुड़ी रिसर्च करनेवाले रविंद्र गुप्ता, अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस तक का भी नाम शामिल है। फ़िलहाल हम बात करें 82 साल की बिलकिस दादी की तो वह एंटी सीएए प्रोटेस्ट के दौरान शाहीन बाग प्रदर्शन का जाना-पहचाना चेहरा थीं। उस दौरान भी उनके चर्चे जमकर हुए थे। उस दौरान कई लोगों ने उनकी तारीफों के पूल बांधे थे और कहा था कि इस उम्र में भी उनकी मेहनत और हिम्मत कमाल है। जी दरअसल बिलकिस दादी रोज हजारों महिलाओं के साथ शाहीन बाग जाती थीं और प्रदर्शन का हिस्सा बनती थीं और इसी कारण वह तेजी से चर्चाओं में भी आईं थीं।
वैसे हम आपको यह भी बता दें कि जब शाहीन बाग में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा नियुक्त वार्ताकार बात करने के लिए गए थे तब बिलकिस बानो ने कहा था कि ‘गृहमंत्री कहते हैं हम एक इंच नहीं हटेंगे तो मैं कहती हूं हम एक बाल बराबर नहीं हटेंगे।’ वहीं इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि ‘हम (सरकार) सीएए को लेकर पीछे नहीं हटेगी।’ केवल यही नहीं बल्कि कई बार सभाओं में अमित शाह ने कहा था कि ‘हम पीड़ित शरणार्थियों की मदद के लिए इसे लागू करेंगे और एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।’
‘विरोध को दबाने के लिए भाजपा को महामारी का बहाना मिल गया’
विक लिखते हैं, “भारत के ज्यादातर प्रधानमंत्री हिंदू समुदाय (देश की 80% आबादी) से रहे हैं, लेकिन सिर्फ मोदी इस तरह कामकाज कर रहे हैं जैसे उनके लिए कोई और मायने ही नहीं रखता। मोदी एम्पावरमेंट के वादे के साथ सत्ता में आए। उनकी हिंदू राष्ट्रवादी भाजपा ने न सिर्फ एलीटिज्म, बल्कि प्लूरलिज्म को भी खारिज कर दिया। इसमें खासतौर से मुसलमानों को टार्गेट किया गया। विरोध को दबाने के लिए महामारी का बहाना मिल गया और इस तरह दुनिया का सबसे वाइब्रेंट लोकतंत्र अंधेरे में चला गया।”
शाहीन बाग की दादी को भी जगह
नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में शामिल रहीं 82 साल की बिल्किस बानो को भी टाइम की लिस्ट में जगह दी गई है। पत्रकार राणा अय्यूब ने उनके बारे में लिखा है कि बिल्किस एक हाथ में तिरंगा थामे और दूसरे हाथ से माला जपती हुई सुबह 8 बजे से लेकर रात 12 बजे तक धरने पर बैठी रही थीं।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का भी नाम
भारतीय मूल के पिचाई भी टाइम की लिस्ट में शामिल किए गए हैं। उनके बारे में कहा गया है कि भारत से आकर अमेरिका में काम करने और 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी का सीईओ बनने तक की उनकी कहानी खास है। यह दिखाती है कि हम अपनी सोसाइटी के लिए क्या इच्छा रखते हैं। उन्होंने अपनी कुदरती खूबियों का बखूबी इस्तेमाल किया।
टाइम की लिस्ट में शामिल 10 बड़ी हस्तियां
- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
- डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका के राष्ट्रपति
- जो बाइडेन, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार
- कमला हैरिस, अमेरिका की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार
- नैन्सी पेलोसी, अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव की स्पीकर
- एंजेला मर्केल, जर्मनी की चांसलर
- शी-जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति
- नाओमी ओसाका, जापान की टेनिस खिलाड़ी
- सुंदर पिचाई, गूगल के सीईओ
- आयुष्मान खुराना, एक्टर
- रविंद्र गुप्ता, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजी के प्रोफेसर
Report By :- SHRUTI SINGH, NEWS DESK, NATION EXPRESS, NEW DELHI