2 मार्च से 2 मई तक 62 दिन चलेगा चुनावी त्योहार, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी में चुनावों की तारीखों का ऐलान
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पांच राज्यों में चुनावों की तारीखों का ऐलान शुक्रवार को हो गया। ये राज्य पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम और पुडुचेरी हैं। चुनाव शेड्यूल के मुताबिक अरब सागर से गंगा सागर तक 62 दिन का चुनावी त्योहार चलेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा 8 फेज में चुनाव होंगे। असम में 3 फेज में और बाकी तीनों राज्यों में सिंगल फेज में चुनाव होंगे। वोटिंग की शुरुआत पश्चिम बंगाल और असम से होगी। इन दोनों राज्यों में पहले फेज की वोटिंग 27 मार्च को होगी। पांचों राज्यों में वोटों की गिनती 2 मई को होगी।
सबसे पहले बात करते हैं बंगाल की, जिसकी इस बार सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, क्योंकि यहां तृणमूल का सीधा मुकाबला भाजपा से है। बंगाल में पहले फेज की अधिसूचना 2 मार्च को जारी होगी।
बंगाल में दलों की स्थिति
प्रदेश में अभी तृणमूल कांग्रेस की सरकार है। 2016 के चुनाव में TMC को 211 सीटें मिली थीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 42 में से 18 सीटें जीती थीं। इसलिए विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पूरा जोर लगा दिया है। इस बार का चुनाव TMC बनाम BJP हो गया है। यहां कांग्रेस, वामदलों और इंडियन सेकुलर फ्रंट के बीच गठबंधन तय है। फुरफुरा शरीफ की इंडियन सेकुलर फ्रंट को 30 सीटें दी गई हैं।
अब बात करते हैं असम की जहां इस बार 3 फेज में इलेक्शन होंगे। बंगाल की तरह यहां भी पहले फेज की अधिसूचना 2 मार्च को जारी होगी और पहले फेज की वोटिंग 27 मार्च को होगी।
तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में सिंगल फेज में इलेक्शन
तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में दलों की स्थिति
- तमिलनाडु में 2016 में 134 सीटें जीतकर AIADMK ने सरकार बनाई थी। DMK को 97 सीटें मिली थीं।
- देश में लेफ्ट के आखिरी गढ़ बने केरल में 140 सीटों पर चुनाव होने हैं। यहां लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के गठबंधन की सरकार है। 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां सिर्फ 1 सीट मिली थी।
- केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 सीटें हैं। यहां विधानसभा में 3 नामित सदस्य होते हैं। यहां अब तक कांग्रेस गठबंधन वाली सरकार थी, लेकिन पिछले हफ्ते ही कई विधायकों ने कांग्रेस छोड़ दी। इससे सरकार अल्पमत में आ गई। CM नारायणसामी को इस्तीफा देना पड़ा। अभी यहां राष्ट्रपति शासन लागू है।
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नाव आयोग ने इस बार वोटिंग का समय एक घंटा बढ़ाया
चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों, विकलांग लोगों, जरूरी सेवाओं में लगे जिन लोगों की स्थानीय चुनाव अधिकारी पहचान करेंगे, वे पोस्ट बैलट से मतदान कर सकेंगे। सभी चुनाव अधिकारियों का कोरोना वैक्सीनेशन होगा। वोट डालने का समय 1 घंटा ज्यादा होगा। अरोड़ा के मुताबिक 5 राज्यों में 824 विधानसभा सीटें हैं। इनके लिए इस बार 18.68 करोड़ वोटर हैं और 2.7 लाख मतदान केंद्र होंगे।सभी राज्यों में पोलिंग बूथ बढ़ाए गए
राज्य 2016 में पोलिंग बूथ 2021 में पोलिंग बूथ पश्चिम बंगाल 77,413 1 लाख 1 हजार 916 असम 24,890 33,530 तमिलनाडु 66,007 88,936 केरल 21,498 40,771 बतौर चुनाव आयुक्त 11 चुनाव और बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त 14 चुनाव देख चुके अरोड़ा 30 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने एक शेर भी पढ़ा- किसी से हमसुखन होता नहीं महफिल में परवाना, उन्हें बातें नहीं आती, जो अपना काम करते हैं।
चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले राज्यों ने दी सौगात
चुनाव की तारीखों के ऐलान से ठीक पहले पुडुचेरी में पेट्रोल-डीजल सस्ता कर दिया गया। उपराज्यपाल ने पेट्रोल-डीजल पर वैट 2% घटाने का ऐलान किया है। उधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी डेली वेज वर्कर्स की मजदूरी में बढ़ोतरी कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि वेस्ट बंगाल अर्बन एम्प्लॉयमेंट स्कीम के तहत डेली वेज वर्कर्स की मजदूरी बढ़ा दी गई है।बंगाल सरकार ने अनस्किल्ड लेबर के लिए इसे 144 से बढ़ाकर 202 रुपए किया है। सेमी स्किल्ड वर्कर को 172 के बजाय 303 रुपए मिलेंगे। स्किल्ड लेबर की नई कैटेगिरी बनाई गई है। उन्हें 404 रुपए मिलेंगे। कुल 56,500 वर्कर्स को इससे फायदा मिलेगा।
Report By :- MADHURI SINGH, POLITICAL NEWS, NATION EXPRESS, NEW DELHI