Encounter@ dhanbad : धनबाद में दिखा मूवी जैसा एक्शन: धनबाद SSP संजीव कुमार से सुनिए एनकाउंटर की पूरी दास्तान
CRIME DESK, NATION EXPRESS, DHANBAD
धनबाद के बैंक मोड़ क्षेत्र में आज मंगलवार को मुथूट फाइनेंस में डकैती डालने पहुंचे अपराधियों की मंशा पर पुलिस ने न सिर्फ पानी फेर दिया बल्कि एक अपराधी को ढेर करते हुए अन्य दो को खदेड़ कर धर दबोचा. SSP संजीव कुमार ने कहा कि पुलिस ने तत्परता और बहादुरी का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि धनबाद में बैंक मोड़ थाना के पास निजी फाइनेंस कंपनी में लूट की कोशिश हुई. इसे नाकाम करने के लिए इंस्पेक्टर पीके सिंह और दो कॉन्स्टेबल ने काफी बहादुरी दिखाई और अपराधियों का एनकाउंटर किया. इन्हें जैसे ही लूट की जानकारी मिली ये बिना किसी वाहन के पैदल ही फाइनेंस कंपनी की तरफ भागे और अपराधियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया.
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धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि मुथूट फाइनेंस में लूटपाट करने के लिए पांच अपराधी घुसे थे. बैंक मोड़ पुलिस को इसकी सूचना मिल गई. एक मिनट के अंदर पलक झपकते ही इंस्पेक्टर पी के सिंह दो जवानों के साथ वारदात स्थल पर पहुंच गए. इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल के पहुंचने के दौरान फाइनेंस ऑफिस में घुसे अपराधी फायरिंग करते हुए भागने लगें. इसी दौरान इंस्पेक्टर पीके सिंह ने दो गोली फायर की. दोनों गोली अपराधियों में शामिल रॉबर्ट को लगी. रॉबर्ट मौके पर ही ढेर हो गया. कॉन्स्टेबल उत्तम महतो पर अपराधी निर्मल सिंह फायर करने वाला ही था कि उन्होंने अपराधी का हाथ पकड़कर घुमाया और उसे दबोच लिया. इसके अलावा पुलिस ने एक अन्य अपराधी गुंजन उर्फ राघव को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि इस दौरान दो अन्य अपराधी मौके से फरार होने में कामयाब रहे.
यहां बता दें कि बैंक मोड़ थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह ने अपनी एकेएम राइफल से एक ही गोली में एक डकैत को मार गिराया. एकेएम राइफल AK47 का आधुनिक वेरिएंट है. इसका पूरा नाम कलास्निकोव मॉर्डनाइज्ड ऑटोमेटिक राइफल है. यह 7.62 एमएम असॉल्ट राइफल है. अभी तक के इस्तेमाल में एकेएम राइफल सबसे सफल राइफल है.

SSP ने बताया कि अपराधियों के पास से स्वचालित पिस्टल मिले हैं. उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि अपराधियों के पास से मिले आधार कार्ड में एक का नाम निर्मल सिंह पवार इंदौर मध्य प्रदेश तो दूसरे का गुंजन कुमार लालगंज रांची दर्ज है. जबकि इनसे पूछताछ करने पर निर्मल अपना नाम आसिफ समस्तीपुर तो गुंजन अपना नाम राघव लखीसराय बता रहा है. अब यह जांच का विषय है.
एसएसपी संजीव कुमार ने बैंक मोड़ थाना में पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया कि लूट में शामिल पांचों अपराधियों के साथ मुठभेड़ के दौरान अपराधियों के द्वारा करीब दस राउंड फायरिंग भी की गई. पुलिस ने अपराधियों के दो बाइक भी बरामद किए हैं. अपराधियों के पास मिले बैग में से कई नंबर प्लेट और टूल्स भी मिले हैं. पुलिस का कहना है कि अपराधी हर वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक का नंबर बदल देते थे. इसके अलावा इन अपराधियों के पास से तीन पिस्टल और तीन लोडेड मैगजीन भी बरामद हुए हैं. इनमें से एक मृतक का और दो घायलों की है.
SSP संजीव कुमार ने बताया कि पिछले दस दिनों से इस गिरोह के द्वारा ज्वेलर्स दुकानों का रेकी किया जा रहा था. धनबाद के धनसार मुहल्ला में यह किराए का घर लेकर रह रहे थे. पिछले दिनों धनसार मोड़ के पास गुंजन ज्वेलर्स में हुई लूट को लेकर रेकी इनके द्वारा की गई थी. गुंजन ज्वेलर्स लूटकांड में इन अपराधियों की संलिप्तता की आशंका एससपी ने जताई है. एसएसपी संजीव सिंह ने संभावना जताई कि पांच अपराधी उस कांड में शामिल थे और लगभग पांच लोग आज की वारदात में भी शामिल रहे. हालांकि डकैतों ने इससे इन्कार किया। उनका कहना है कि उसी लूट कांड से प्रेरित होकर उन्होंने मुथूट फाइनांस के दफ्तर में लूट की योजना बनाई थी.
SSP ने कहा कि इस लूटकांड की तफ्तीश भी चल रही है, ये अपराधी मुख्य रूप से ज्वेलरी दुकान को ही अपना निशाना बनाते रहे हैं. फरार हुए दो अपराधियों का सुराग भी पुलिस को मिल चुका है. उन्होंने कहा कि घटना अंजाम देकर इनके द्वारा तुरंत वाहन का नंबर प्लेट बदल दिया जाता है. पुलिस ने इनके पास से कई नंबर प्लेट जब्त किया है.
मालूम हो कि पकड़े गए अपराधियों से सरायढेला थाने में पूछताछ की जा रही है. खुद एसएसपी संजीव कुमार सिंह और ग्रामीण एसपी रिष्मा रमेशन यहां मौजूद हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस को सूचना मिली है कि अपराधियों के पास एक चारपहिया वाहन भी था, जिससे घटना को अंजाम देने के बाद भाग निकलने की योजना थी. उस वाहन की खोजबीन पुलिस ने शुरू कर दी है. साथ ही बिहार में भी अपने नेटवर्क का इस्तेमाल कर रही है. इधर, एनकाउंटर की इस घटना से बैंक मोड़ इलाके के व्यवसायियों में खुशी का माहौल है.
मारा गया अपराधी संभवतः भूली श्रमिक नगरी का रहनेवाला

बैंक मोड़ मुठभेड़ में मारा गया अपराधी संभवतः भूली श्रमिक नगरी का रहने वाला बताया जा रहा है और उसका नाम शुभम कहा जा रहा है. जबकि पकड़े गए अपराधियों ने उसका नाम रॉबर्ट बताया है. पुलिस के एक वरीय अधिकारी का कहना है कि इस तरह की सूचना मिल तो रही है कि मृतक अपराधी भूली का रहनेवाला है लेकिन मृतक का कोई परिजन अभी तक पुलिस के सामने नहीं आया है. जबकि भूली का जिस एड्रेस की चर्चा हो रही है, वहां लोगों की भीड़ लगी हुई है. सोशल मीडिया में मृतक अपराधी का फोटो देखने के बाद ही यह चर्चा फैला है, लोग दबी जुबान कह रहे हैं कि मृतक के माता पिता यहां नही हैं इसलिए शव का कोई दावेदार सामने नहीं आ रहा है. चर्चा में कितनी सत्यता है यह तो पुलिस की जांच और मृतक के परिजन के सामने आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
वारदात को अंजाम देने से पहले सुबह भी दो बार की रेकी
पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने से पहले उन्होंने इलाके की चार बार रेकी की. सोमवार की शाम में एक बार यहां पहुंचे थे. इसके बाद मंगलवार की सुबह भी घटना को अंजाम देने से पहले दो बार रेकी कर पूरी तरह निश्चिंत हो गए. तय किया था कि सुबह-सुबह ही वारदात को अंजाम देना है, ताकि किसी के कुछ समझने से पहले आसानी से निकला जा सके. बताया जाता है कि अपराधी धनसार थाना क्षेत्र के गांधी नगर स्थित किशोर सोनी के आवास में सोमवार की रात रुके थे. यहीं से मंगलवार की सुबह कंपनी का कार्यालय खुलने के साथ ही ये लूट की वारदात को अंजाम देने पहुंचे. गिरफ्तार दोनों अपराधियों ने पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी दी. इस इनपुट पर पुलिस पकड़े गए अपराधी को लेकर गांधी नगर स्थित उस आवास में भी पहुंची और छापेमारी की.
24 राउंड गोली के साथ थे अपराधी

पकड़े गए अपराधियों के पास लोडेड हथियार था. पुलिस ने जो हथियार जब्त किए हैं, उसमें करीब 24 राउंड गोली मिली है. घटनास्थल से पुलिस ने तीन पिस्टल और मैगजीन बरामद की है. मामले की जांच अभी जारी है. मुठभेड़ के बाद बिहार और पश्चिम बंगाल की पुलिस के साथ सहित धनबाद जिले से सटे सभी थानों को भी अलर्ट कर दिया गया है. संदिग्ध लोगों एवं वाहनों पर नजर रखने की बात कही गई है. घटना में प्रयुक्त अपराधियों की बाइक को पुलिस ने जब्त कर लिया है. इनमें से एक ब्लू रंग की अपाचे बाइक (जेएच 01 सीपी 6056) रांची में रजिस्टर्ड है तो दूसरी बाइक जमशेदपुर में रजिस्टर्ड है. घटना के बाद मुठभेड़ स्थल को तिरपाल से घेर दिया गया है. वहीं मृतक के शव का पंचनामा किया जा रहा है.
दिलेरी के लिए चैंबर करेगा इंस्पेक्टर पीके सिंह को सम्मानित
धनबाद धनबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स, पार्क मार्केट, हीरापुर ने धनबाद बैंक मोड क्षेत्र में मुथुट फिनकॉर्प कार्यालय में लुटने आये डकैतों के साथ बहादुरी के साथ सामना कर एनकाउंटर करनेवाले बैंक मोड थाना प्रभारी पी के सिंह एवं उनकी टीम के चार कांस्टेबल गौतम, उत्तम, इस्लाम एवं पी पी पांडेय को दिलेरी के लिए सम्मानित करेगा. चैंबर के अध्यक्ष संजीव चौरसिया, सचिव विनोद अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष मनीष रंजन ने बैंक मोड थाने की टीम को सम्मानित करने का निर्णय लिया है. सम्मान समारोह चैंबर कार्यालय, पार्क मार्केट में किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि बैंक मोड़ इंस्पेक्टर डॉक्टर प्रमोद कुमार सिंह अब तक एक दर्जन से अधिक नक्सलियों एवं अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिरा चुके हैं. इस कारण, उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार एवं मुख्यमंत्री पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है. उनके नेतृत्व में पहली बार 2004 में पलामू में नक्सलियों से पुलिस टीम की मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में 24 नक्सली व अपराधी मारे गए थे. इसके बाद 2006 में उन्होंने एक अपराधी को मार गिराया था, जबकि तीन लोग उनकी गोली से जख्मी हुए थे. जमशेदपुर में उन्होंने 2011 में चार अपराधियों को मार गिराया था. वर्ष 2018 में उन्होंने सब जोनल कमांडर को एनकाउंटर में मारा था. आज मंगलवार की सुबह बैंक मोड़ में मुथूट फाइनांस को लुटने से बचाकर पीके सिंह के साथ पूरी पुलिस टीम ने अपनी उपलब्धियों की लिस्ट में एक और कड़ी जोड़ ली.
हथियारबंद अपराधी सुबह सुबह 10 बजे मुथूट फिनकॉर्प के दफ्तर में हुआ दाखिल
बताया जाता है कि दो बाइक पर सवार होकर करीब पांच-छह की संख्या में पहुंचे अपराधी सुबह 10 बजे मुथूट फिनकॉर्प के दफ्तर में दाखिल हुए. इन्हें देख कर इनकी नीयत का अंदाजा लगा पाना मुश्किल था. दफ्तर में घुसते इन्होंने मैनेजर विक्रम राज को कब्जे में लेकर सोना और रुपये की लूट का प्रयास किया. ब्रांच मैनेजर विक्रम ने बताया कि मैं अंदर था. एक डकैत काफी लंबा और मोटा था. उसने अपनी पिस्टल के बट से लगातार मेरे सिर पर प्रहार किया. इसके अलावा मेरे तीन और साथी की पिटाई की. बार-बार तिजोरी की चाबी की मांग कर रहे थे. मैंने बताया कि चाबी जिसके पास है, वह कर्मचारी कुछ देर में आ रहा है. सभी ब्रांच की एक महिला कर्मी को दुष्कर्म की धमकी दे रहे थे. तब मैंने कहा कि गोली मारो या दुष्कर्म करो, लेकिन हम लोगों के पास चाबी नहीं है. एक घंटे तक डकैत चाबी का इंतजार करते रहे. 10:30 बजे के बाद पुलिस पहुंच गई. मेरे ब्रांच के ऊपर मकान मालिक का काम चल रहा है. इसी में किसी ने पुलिस को फोन कर दिया.
ब्रांच मैनेजर ने बताया कि बोलचाल में सभी अपराधी बाहरी लग रहे थे. सभी आराम से लूटपाट कर रहे थे. इस दौरान ब्रांच में कुछ और लोग भी पहुंचे, लेकिन डकैतों में किसी प्रकार की हड़बड़ी नहीं थी. पुलिस के आने की सूचना के बाद डकैतों में हड़कंप मच गया. इसके बाद सब इधर-उधर भागने लगे. हम सभी कर्मचारी किसी तरह से टेबल के नीचे छिपकर अपनी जान बचाने की कोशिश करते रहे. पुलिस सही समय पर आ गई, इस वजह से हम सबकी जान बची. यहां बता दें जख्मी ब्रांच मैनेजर का इलाज बैंक मोड़ के एक निजी अस्पताल में हो रहा है. डॉक्टरों ने उनके सिर का एक्स रे किया है. डॉक्टर का कहना है कि और कंधे सहित पेट और अन्य जगहों पर गंभीर चोटें लगी हैं. ऐसे में सिर में सूजन बढ़ सकता है.
लाइव एनकाउंटर देखनेवाले प्रत्यक्षदर्शी बोले- दृश्य किसी एक्शन मूवी जैसा

मालूम हो कि आज करमा पर्व के कारण बैंक और सरकारी प्रतिष्ठाने बंद थी. वरना बैंक मोड़ में सड़क जाम और लोगों की इतनी चहल पहल रहती कि पुलिस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता. घटना के प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि दुकानें तो खुल चुकी थीं लेकिन अभी दुकानदार धूप अगरबत्ती ही दिखा रहे थे. उसी वक्त मुख्य सड़क पर हाथों में हथियार लेकर कुछ पुलिस वाले पैदल तो कुछ बाइक से भागे भागे जाते दिखते हैं. स्थानीय लोग अभी माजरा समझने की कोशिश ही कर रहे थे कि इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. एक लुटेरा ढेर हो गया. सड़क पर पिस्टल और मैगजीन गिरा हुआ था. दृश्य किसी एक्शन मूवी का था. मानो बैंक मोड़ में किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो. मुठभेड़ में एक अपराधी मारा गया था, दो को पुलिस ने दबोच लिया लेकिन दो भीड़ में कहीं गुम हो गए थे. चौकनी पुलिस सावधानी के साथ हर संभावित जगहों पर फरार अपराधियों को खोज रही थी. सभी हाथ में आर्म्स लेकर सतर्क थे. न जाने छिपे हुए अपराधी के साथ उनकी कब मुठभेड़ हो जाए. पब्लिक की भीड़ लगी हुई थी.
Report By :- ADITI GUPTA / ADITI PANDIT, CRIME DESK, NATION EXPRESS, DHANBAD