BUSINESS डेस्क, NATION EXPRESS, NEW DELHI
Air India One (एयर इंडिया वन) विमान का इंतजार खत्म हो गया है। दुनिया के सबसे खतरनाक और लग्जरी विमानों में गिने जाने वाला एयर इंडिया वन (AI-160) एक ऐसा अभेद्य हवाई किला है, जो अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की हवा में सुरक्षा करेगा। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए खरीदे गए दो वीवीआईपी ‘एयर इंडिया वन’ विमानों में से पहला विमान गुरुवार शाम भारत पहुंच गया।
भारत के दुश्मनों के लिए यह किसी बुरी खबर से कम नहीं है, क्योंकि अभी कुछ समय पहले ही भारत की जमीन पर राफेल (Rafael) ने कदम रखा था और अब Air India One (एयर इंडिया वन) भी भारत की शान बढ़ाने के लिए दिल्ली आ चुका है।
बता दें कि एयरफोर्स और एयर इंडिया के पायलट Air India One विमान को लेने टेक्सास पहुंचे थे, जहां से इसने उड़ान भरी। खास बात यह है कि दिल्ली पहुंचने के बाद इसे टर्मिनल-3 पर खड़ा नहीं कराया गया। बल्कि, इसे तुरंत टेक्निकल एरिया में ले जाया गया। वहां, राफेल की तर्ज पर इसकी भी पूजा की गई।
आज हम आपको इस विमान की कीमत, एक घंटे की यात्रा के दौरान आने वाली लागत और इसकी खासियतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप खुद यह अंदाजा लगा पाएंगे कि यह सुपर वीआईपी विमान कैसे अपने दुश्मनों के लिए चलती फिरती मौत है। तो डालते हैं एक नजर।
Air India One के दोनों विमानों की कीमत करीब 8458 करोड़ रुपये है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा के विशेष इंतजाम के लिए इसमें 500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
इन सुरक्षा प्रणालियों में अकेले अमेरिका के साथ शामिल विदेशी सैन्य बिक्री सौदे में 1,365 करोड़ की लागत आई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का एयरफोर्स वन के विमान के उड़ान के दौरान प्रतिघंटा लागत 1,81,000 डॉलर आती है, जो भारतीय करेंसी के हिसाब से करीब 1 करोड़ 30 लाख रुपये है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के विमान के उड़ान के दौरान प्रतिघंटा लागत कुछ इतनी ही आएगी।
Air India One विमान को एयरफोर्स के पायलट उड़ाएंगे। हालांकि, इन दोनों विमानों का रख रखाव या मेंटेनेंस एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (AIESL) करेगी।
इन विमानों को ‘एयर इंडिया वन’ या ‘इंडियन एयर फोर्स वन’ का नाम दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह नया विमान हवा में करीब 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति के ‘एयर फोर्स वन’ की तर्ज पर ये विमान लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटर्मेशर (LAIRCM) तकनीक पर काम करेंगे, जिससे मिसाइलें भी इनका नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगी।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए खरीदे गए दो बोइंग-777-300 ईआर विमान एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम से लैस है, जो बिना हैक किए मिड-एयर में ऑडियो और वीडियो कम्युनिकेशन फंक्शन की सुविधा देता है।
चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम: रडार ट्रैकिंग मिसाइल से खतरा होने पर बादलुनमा चाफ छोड़े जाते हैं, जिससे आगे छिपकर विमान निकल जाता है।
मिरर बॉल सिस्टम: डैनों में लगी यह तकनीक विमान को इंफ्रारेड मिसाइल से बचाती है।
सुरक्षित सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम: विमान चाफ एंड फ्लेयर्स सिस्टम से लैस है। इससे रोशनीनुमा फ्लेयर्स मिसाइल को भ्रमित करने के लिए छोड़े जाते हैं। इनका तापमान जेट इंजन के नोजल या एक्जॉस्ट से ज्यादा 2,000 डिग्री फॉरेनहाइट होता है। इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगा है।
Report By :- MADHURI SINGH, BUSINESS डेस्क, NATION EXPRESS, NEW DELHI