अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान भड़की हिंसा के बीच हाई अलर्ट : दंगाइयों को गोली मारने का ऑर्डर, 5 हजार पर FIR, 7 सुरक्षा जोन में बंटा शहर
NEWS DESK, NATION EXPRESS, हल्द्वानी
Haldwani Violence Latest Update: हल्द्वानी में हिंसा की घटना में 6 लोगों की मौत हुई है। अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान हिंसा भड़की। गिरफ्तारी की तैयारी है और एफआईआर दर्ज की गई है
उत्तराखंड का हल्द्वानी (Haldwani Violence) शहर हिंसा की आग में सुलग उठा। यहां बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई है। यहां कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि पांच हजार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मामले के आरोपियों के खिलाफ रासुका लगाने की तैयारी है। सुरक्षा के लिहाज से हल्द्वानी शहर को 7 जोन में बांट दिया गया है। वहीं पूरे उत्तराखंड में अलर्ट जारी किया गया है।
अधिकारियों ने यहां बताया कि हल्द्वानी में गुरुवार को हुई हिंसा के बाद हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जबकि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध मदरसा तोड़े जाने के दौरान भड़की हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस अधीक्षक हरबंस सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक पत्रकार समेत 7 घायलों का शहर के विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। अस्पतालों में भर्ती कराए गए करीब 60 घायलों में से ज्यादातर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। देहरादून, हरिद्वार, रामनगर, उधम सिंह नगर सभी जगह पुलिस को 24 घंटे अलर्ट पर रहने के साथ ही किसी भी ऐसी घटना से निपटने के लिए अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं।
डीएम वंदना सिंह ने कहा कि पूरी प्लानिंग के तहत हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया। यहां कोई इंटेलिजेंस फेल्योर का मामला नहीं है। प्लानिंग के तहत कानून को चुनौती दी गई। अतिक्रमण हटाए जाने के आधे घंटे के भीतर उपद्रवियों की भारी भीड़ वहां पहुंची। प्रशासन और पुलिस की टीम को निशाना बनाकर हमला किया गया। देसी हथियारों से पुलिस पर फायरिंग की गई। पेट्रोल बम से हमला कर गाड़ियों को जलाया गया।
हल्द्वानी हिंसा से पुष्कर सिंह धामी सरकार को बड़ी चुनौती, रूह कंपाने वाली है ये गुरिल्ला वॉर प्लानिंग
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में शुक्रवार को भड़की हिंसा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा सरकार के लिए बड़ी चुनौती से कम नहीं है। गुरुवार शाम 5 बजे से कई घंटे चला उपद्रव को देखकर और नैनीताल डीएम ने जो मंजर साझा किया, उससे साफ है कि ये घटना पूरी तरह से प्लान कर अंजाम दी गई है। डीएम ने बताया कि किस तरह से कानूनी दांवपेंच में प्रशासन को फंसाए रखा गया और पीछे से बलवे की पूरी प्लानिंग की गई। प्रशासन अपीलों की जांच में व्यस्त था और दूसरी तरफ खाली पड़ी छतों पर पत्थर जुटा लिए गए, प्लास्टिक की बोतलों में पेट्रोल बम तैयार किए गए। इसके बाद ऐन वक्त हर घर से आफत की बारिश शुरू हो गई।
इस घटना के बाद अब धामी सरकार एक्टिव जरूरी हो गई है। तमाम कार्रवाइयों के आदेश दिए गए हैं। लेकिन इस हिंसा ने कहीं न कहीं पुलिस और प्रशासनिक अमले की तैयारियों को भी उजागर कर दिया है। पुलिस इंटेलिजेंस, एलआईयू पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्हें कैसे नहीं पता चला कि छतों पर पत्थर इकट्ठा किए जा रहे हैं। बता दें ये घटना उस समय सामने आई है, जब एक दिन पहले ही उत्तराखंड विधानसभा में यूसीसी पास हुआ है। जाहिर है इस लेकर अतिसंवेदनशील इलाकों पर स्वाभाविक तौर पर अलर्ट होना चाहिए था।
बहरहाल, अब घटना के बाद राज्य सरकार इस मुद्दे पर काफी गंभीर है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हिंसा पर कड़ा रुख अपनाते हुए दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना के संबंध में शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। पुलिस को अराजक तत्वों से सख़्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जायेगा। हल्द्वानी की सम्मानित जनता से अनुरोध है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।
Report By :- SADAF ZAREEN / NIDHI AHUJA, NEWS DESK, NATION EXPRESS, हल्द्वानी