गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद पुलिस कर्मियों को किया याद, झारखंड के DGP एमवी राव और IG अभियान साकेत कुमार ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी
NEWS DESK, NATION EXPRESS, RANCHI
झारखंड के डीपीजी एमवी राव ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जिन पुलिसकर्मियों ने अपने सेवा के दौरान बलिदान दिया है, आज उनसे प्रेरणा लेने का दिन है। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर को एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। साथ ही कहा कि शहीद द्वारा दिए गए बलिदान को कभी बेकार नहीं जाने दिया जाएगा।
- Advertisement -
झारखंड समेत पूरे देश में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया जाता है। रांची स्थित जैप वन वाहिनी परिसर में बुधवार को पुलिस संस्मरण दिवस मनाया गया। इस दौरान पिछले एक साल में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान डीजीपी एमवी राव भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचे और शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
पिछले एक साल में जो पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं, उनमें एएसआई सुकरा उरांव व चंद्राय सोरेन, सिपाही खंजन कुमार महतो, अखिलेश राम और लखिंद्र मुंडा, होमगार्ड जवान जमुना प्रसाद, सकिंद्र सिंह और शंभू प्रसाद साहू शामिल हैं। इन जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीद पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को याद करते हुए डीजीपी एमवी राव ने कहा कि पुलिस संस्मरण दिवस के मौके पर हम उन शहीद पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों को याद कर रहे हैं जिन्होंने समाज में शांति एवं विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उग्रवादियों और अपराधियों से लोहा लेते हुए अपना बलिदान दिया है। समाज में शांति-सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस के ऊपर सबसे बड़ा दायित्व है।
उधर, पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस लाइन में भी पुलिस स्मारक पर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा समेत कई पुलिस अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एसएसपी ने यहां पहुंचे शहीद के परिवारों को सम्मानित किया।
इसलिए हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस
21 अक्टूबर 1959 में लद्दाख में तीसरी बटालियन की एक कंपनी को भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए लद्दाख में ‘हाट-स्प्रिंग‘ में तैनात किया गया था। कंपनी को टुकडिय़ों में बांटकर चौकसी करने को कहा गया। जब बल के 21 जवानों का गश्ती दल ‘हाट-स्प्रिंग’ में गश्त कर रहा था। तभी चीनी फौज के एक बहुत बड़े दस्ते ने इस गश्ती टुकड़ी पर घात लगाकर आक्रमण कर दिया। तब बल के मात्र 21 जवानों ने चीनी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया। मातृभूमि की रक्षा के लिए लड़ते हुए 10 शूरवीर जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। बीते 61 साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के इन बहादुर जवानों के बलिदान को देश के सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों व सभी राज्यों की सिविल पुलिस द्वारा ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
गृह मंत्री अमित शाह ने शहीद पुलिस कर्मियों को किया याद
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि दी। पुलिस जवानों को याद करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अब तक 35,398 कर्मियों ने शहादत दी है, मैं सभी शहीदों के परिवार जनों को कहना चाहता हूं कि ये स्मारक सिर्फ ईंट, पत्थर और सीमेंट से बना स्मारक नहीं है। इसके अलावा अमित शाह ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के दौरान 343 पुलिसकर्मियों ने अपनी जान दे दी है। उन्होंने कोरोना योद्धाओं की तरह देश की रक्षा की और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने में मदद की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने शहीदों को किया नमन
पुलिस स्मारक दिवस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शहीद पुलिस जवानों को याद किया। उन्होंने कहा कि मैं यूपी के उन नौ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजिल अर्पित करता हूं, जिन्होंने साल 2019-20 में अपनी सेवा करते हुए जान दे दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन लोगों का बलिदान सभी को प्रेरित करता है।