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HMPV वायरस को लेकर झारखंड में हाई अलर्ट! गाइडलाइन जारी, भीड़ वाले इलाकों से बचने की सलाह , मास्क और सेनिटाइजर इस्तिमाल करने की हिदायत

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HEALTH DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

भारत के चार राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस के कन्फर्म केस मिलने के बाद झारखंड का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि एचएमपीवी से जुड़ी तमाम सूचनाओं पर राज्य सरकार की निगाह है.

चीन वाले एचएमपीवी वायरस ने इंडिया की भी टेंशन बढ़ा दी है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस ने सोमवार को भारत में भी दस्तक दी. देखते ही देखते सोमवार को एक दिन में पांच मामले सामने आए. इनमें दो-दो मामले कर्नाटक और तमिलनाडु, जबकि एक मामला गुजरात में सामने आया है. आज नागपुर में दो केस मिले हैं.

भारत के चार राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के कन्फर्म केस मिलने के बाद झारखंड का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि एचएमपीवी से जुड़ी तमाम सूचनाओं पर राज्य सरकार की निगाह है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संभावित स्थितियों का आकलन करते हुए तैयार रहने को कहा गया है. इस संबंध में हमें केंद्र सरकार की ओर से कोई गाइडलाइन्स नहीं मिली है. जैसे ही कोई गाइडलाइन आती है, हम उसी के अनुरूप आवश्यक कदम उठाएंगे

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HMPV वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर Jharkhand, प्रशासन ने शुरू किए विशेष इंतजाम  - jharkhand on alert mode regarding hmpv virus-mobile

इस बीच राज्य के स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जनों, मेडिकल कॉलेजों और विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है. विभाग ने इसे लेकर इंडियन काउंसिल मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मानदंडों के अनुसार एडवाइजरी भी जारी की है. सभी हॉस्पिटल्स में एहतियाती तौर पर बेड बढ़ाने और ऑक्सीजन की सप्लाई के सिस्टम को दुरुस्त रखने को कहा गया है.

भारत में HMPV वायरस के अब तक 7 मामले आए सामने, झारखंड-बिहार का स्वास्थ्य  विभाग भी अलर्ट, जारी की एडवाइजरी | THENEWSPOST.in

इसमें कहा गया है कि यह वायरस नया नहीं है. सर्दी के दिनों में इस तरह के केस पहले भी आए हैं, पैनिक होने की जरूरत नहीं है. एडवाइजरी में भीड़ वाले इलाकों में मास्क का प्रयोग करने, सैनिटाइजर से समय-समय पर हाथों की सफाई करें, भीड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करने की सलाह दी गई है. रांची स्थित मेडिकल कॉलेज रिम्स के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने तैयारियों का आकलन किया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां एचएमपीवी की जांच नहीं हो रही है, लेकिन एहतियातन जांच किट का ऑर्डर भी दे दिया गया है. इस संबंध में एनआईवी पुणे को चिट्ठी लिखकर किट उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि इसे लेकर फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है. यह वायरस जानलेवा नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतने की जरूरत है.

जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एचएमपीवी की जांच शुरू करने की तैयारी की जा रही है. रिम्स की माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ पूजा सहाय ने बताया कि एचएमपीवी के लक्षण कोविड से मिलते-जुलते हैं. इससे संक्रमित लोग आम तौर पर पांच से छह दिनों में स्वस्थ हो जाते हैं.

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झारखंड सरकार सभी नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध”
अंसारी ने कहा कि मैं जनता को आश्वस्त करता हूं कि हमारे पास सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हैं और तत्काल चिंता का कोई कारण नहीं है। हालांकि, चल रहे सर्दी के मौसम को देखते हुए, अतिरिक्त सावधानी बरतना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। यह विशेष रूप से 5 वर्ष से कम उम्र के व्यक्तियों और 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस दौरान वे स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। हम सभी को सूचित रहने, स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने और अपनी और अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए निवारक उपाय करने की दृढ़ता से सलाह देते हैं। राज्य सरकार सभी नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि रिम्स में एचएमपीवी संक्रमण की जांच शुरू करने की तैयारी की जा रही है। मशीन उपलब्ध है, लेकिन जांच किट का इंतजार है। ये किट एनआईवी पुणे से मंगाई जा रही हैं। इसके लिए पत्र भेजा गया है। जल्द ही रिम्स में जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी।

क्या है गाइडलाइन में

  • गाइडलाइन एचएमपीवी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि यह वायरस नया नहीं है, सर्दी के दिनों में इस तरह के केस पहले भी आये हैं, पैनिक होने की जरूरत नहीं है.
  • भीड़ वाले इलाकों में मास्क का प्रयोग करें
  • सेनिटाइजर का प्रयोग करें और हाथों की सफाई करें, भीड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें
  • अस्पतालों में बेड बढ़ायें
  • ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कर लें.

क्या हैं लक्षण

माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ पूजा सहाय ने बताया कि इसके संक्रमण से खांसी, सर्दी, बुखार, गले में खराश और कमजोरी होती है. यह तीन से पांच दिनों में ठीक हो जाता है.

Report By :- SHWETA JHA, HEALTH DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

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