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जेल से मिला ऑर्डर और कोयला कारोबारी पर बरसने लगी थी गोलियां ! 6 DSP और 8 इंस्पेक्टर ने ऑस्ट्रेलिया मेड पिस्टल के साथ 6 अपराधी को किया गिरफ्तार

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CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

कोयला व्यवसायी बिपिन मिश्रा पर बरियातू थाना क्षेत्र में 7 मार्च को हुए फायरिंग मामले का रांची पुलिस ने उद्भेदन करने में सफलता हासिल की है। इस गोलीकांड की जिम्मेवारी सोशल मीडिया के माध्यम से अमन साव गिरोह ने ली थी। इसको गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया और आखिरकार इस गोली कांड को अंजाम देने वाले 6 अपराधियों को पुलिस ने विदेशी हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।

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बरियातू में 7 मार्च की सुबह कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर अपराधियों ने गोलीबारी की थी. इस घटना में विपिन मिश्रा घायल हो गए थे. डीआईजी सह एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर गठित पुलिस की टीम ने इस घटना में शामिल प्रेम पांडेय समेत छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में प्रेम पांडेय, रहमान अंसारी, करण कुमार, अविनाश ठाकुर, शोभित सिंह और विशाल मुंडा शामिल हैं. इनके पास से चार पिस्टल, 26 गोलियां और एक बाइक बरामद की गई है. गिरफ्तारी के दौरान प्रेम पांडेय और रहमान अंसारी भागने की कोशिश में पुलिस की गाड़ी से कूद गए, जिससे दोनों के पैर और अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं. मंगलवार को एसएसपी चंदन सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की जानकारी दी.

रांची कोयला व्यवसायी गोलीबारी कांड: 6 अपराधी गिरफ्तार, ऑस्ट्रेलिया मेड  पिस्टल बरामद - ranchi coal trader shooting 6 arrested australian pistols  recovered - Navbharat Times

सिटी एसपी के नेतृत्व में गठित किया गया था एसआईटी

रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर सिटी एसपी राजकुमार मेहता के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठन किया गया था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। एसएसपी ने बताया कि एक साथ छह जगह पर जांच शुरू की गई थी। एसआईटी टीम में 6 डीएसपी रैंक के अधिकारी और कई इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को शामिल किया गया था। आखिरकार रांची से ही 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।

आकाश राय ने उपलब्ध कराया हथियार

रायपुर जेल में बंद रहने के दौरान गैंगस्टर अमन साहू (मृत) के कहने पर इस घटना को अंजाम दिया गया. प्रेम पांडेय के जरिए इस घटना को अंजाम दिलवाया गया. घटना को अंजाम देने के लिए जेल में बंद आकाश राय उर्फ मोनू ने प्रेम पांडेय को हथियार उपलब्ध कराया था. इसके बाद प्रेम पांडेय ने बक्सर से आए शूटर अविनाश ठाकुर और शोभित सिंह को शामिल किया.

घटना को अंजाम देने के लिए वाहन का इंतजाम करण के द्वारा किया गया, जबकि चालक के रूप में रहमान को लगाया गया. घटना के पूर्व विपिन मिश्रा का रेकी करने के लिए विशाल मुंडा को तैनात किया गया था. घटना के दिन वाहन चलाने में रहमान और दोनों शूटर घटनास्थल पर थे. दोनों शूटरों को प्रेम पांडेय ने श्री रामकृष्ण इंक्लेव में ठहराया था.

कोयला कारोबारी पर गोलीबारी मामलाः शूटर सहित चार गिरफ्तार, कई हथियार बरामद

ऑस्ट्रेलिया मेड पिस्टल समेत कई हथियार बरामद

इन अपराधियों के पास से ऑस्ट्रेलिया मेड दो ग्लॉक पिस्टल, एक रेगुलर पिस्टल, एक 7.62 एमएम पिस्टल, 6 मैगजीन, 20 जिंदा गोलियां और घटना में प्रयुक्त बाइक बरामद किया गया है। वहीं पुलिस गिरफ्त में आए 6 अपराधियों में अविनाश कुमार ठाकुर और शोभित सिंह शूटर है, जो बक्सर का रहने वाला है।

पहले विकास तिवारी गिरोह के लिए काम करता था प्रेम पांडेय

प्रेम पांडेय ने पुलिस को बताया कि 15 फरवरी को वह रामगढ़ जेल से बाहर आया था. वर्तमान में मोरहाबादी स्थित श्री रामकृष्ण इंक्लेव के आठवें तल्ले पर मुन्ना सिंह के गेस्ट हाउस में मुन्ना भैया के आदेश से रह रहा था. प्रेम पहले विकास तिवारी के गिरोह में काम करता था. उसके चचेरे भाई भरत पांडेय को जनवरी 2025 में पलामु चैनपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसकी जिम्मेदारी विकास तिवारी ने ली थी. इसके पहले उनके चाचा अशोक पांडेय की हत्या भी 2022 में विकास तिवारी ने करवा दी थी.

गैंग के वर्चस्व के कारण ये हत्याएं हुई थीं. जब वे रामगढ़ जेल में थे, तो अमन साहू ने उनसे संपर्क किया और मोनू राय उर्फ आकाश राय के माध्यम से सिग्नल एप से बात की और कहा कि मेरे गैंग में आ जाओ, मेरा काम करोगे तो सुरक्षित रहोगे. विकास तिवारी से लड़ाई के कारण वो अमन साहू के गैंग में शामिल हो गया और जेल से काम करने लगा. 28 फरवरी को शहीद चौक रांची में मोनू राय के आदमी ने अमन साहू के कहने पर दो लाख रुपये भेजवाए, जिसे करण से प्राप्त किया गया. इसके बाद विपिन मिश्रा को गोली मारने की साजिश रची गई.

Ranchi news: कोयला कारोबारी बिपिन मिश्रा पर गोली चलाने वाला शूटर दिल्ली से  गिरफ्तार - Samridh Jharkhandकार पर की थी गोलीबारी

7 मार्च को बरियातू में विपिन मिश्रा पर गोलीबारी की घटना हुई थी. एक बाइक पर सवार होकर आए तीन अपराधियों ने विपिन मिश्रा की कार पर गोलीबारी की थी. गोलीबारी में विपिन मिश्रा को दो गोलियां लगी थीं. विपिन मिश्रा के निजी और सरकारी बॉडीगार्ड ने जब अपराधियों पर जवाबी फायरिंग की, तो वे फरार हो गए थे. फायरिंग के बाद अमन साहू के गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर घटना की जिम्मेदारी ली थी. इसी दौरान 11 मार्च को छत्तीसगढ़ से रांची लाने के दौरान अमन साहू एनकाउंटर में मारा गया.

जेल में रची गई थी साजिश, हथियार उपलब्ध कराए गए
इस हमले की साजिश रायपुर जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू (मृत) के इशारे पर रची गई थी। जेल में बंद आकाश राय उर्फ मोनू ने प्रेम पांडेय को हथियार उपलब्ध कराए थे। इसके बाद प्रेम पांडेय ने बक्सर से आए शूटर अविनाश ठाकुर और शोभित सिंह को इस वारदात में शामिल किया। घटना को अंजाम देने के लिए वाहन की व्यवस्था करण ने की थी, जबकि चालक के रूप में रहमान को तैनात किया गया था। वहीं, विपिन मिश्रा की रेकी करने का काम विशाल मुंडा को सौंपा गया था। घटना के दिन रहमान के साथ दोनों शूटर विपिन मिश्रा पर हमला करने पहुंचे। अपराधियों को ठहराने की व्यवस्था प्रेम पांडेय ने श्री रामकृष्ण इंक्लेव में की थी।

रांची में अपराधियों ने दिनदहाड़े कोयला कारोबारी पर चलायी गोली, हालत गंभीरगैंगस्टर की दुनिया में प्रेम पांडेय का सफर
प्रेम पांडेय ने पुलिस को बताया कि 15 फरवरी को वह रामगढ़ जेल से बाहर आया था और मोरहाबादी स्थित श्री रामकृष्ण इंक्लेव के एक गेस्ट हाउस में रह रहा था। पहले वह विकास तिवारी गैंग के लिए काम करता था, लेकिन गैंगवार में उसके चाचा और चचेरे भाई की हत्या के बाद उसने अमन साहू के गैंग का दामन थाम लिया।
रामगढ़ जेल में रहते हुए ही अमन साहू ने उससे संपर्क किया और सिग्नल एप के जरिए आकाश राय के माध्यम से उसे अपने गैंग में शामिल कर लिया। 28 फरवरी को शहीद चौक, रांची में मोनू राय के आदमियों ने करण के जरिए दो लाख रुपये पहुंचाए, जिसके बाद विपिन मिश्रा पर हमला करने की योजना बनाई गई।

7 मार्च को हुई थी गोलीबारी 
7 मार्च को बरियातू में अपराधियों ने विपिन मिश्रा की कार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें उन्हें दो गोलियां लगीं। उनके बॉडीगार्ड्स की जवाबी फायरिंग के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। हमले के तुरंत बाद अमन साहू गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस घटना की जिम्मेदारी ली। इस बीच, 11 मार्च को छत्तीसगढ़ से रांची लाए जाने के दौरान अमन साहू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए आगे की जांच कर रही है।

Report By :- SHWETA SINGH / PALAK TIWARI, CRIME DESK, NATION EXPRESS, RANCHI

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