महागठबंधन के विधायकों में सेंधमारी का डर : शाम साढ़े 4 बजे इंडिगो की 72 सीटर स्पेशल फ्लाइट से रायपुर जाएंगे UPA विधायक, रिसॉर्ट बुक
POLITICAL DESK, NATION EXPRESS, RANCHI
72 सीटर प्राइवेट प्लेन कोलकाता से आयेगा रांची, यूपीए विधायक होंगे रायपुर रवाना, रिसॉर्ट बुक
रांची एयरपोर्ट पहुंचा विधायकों का सामान
झारखंड में महाराष्ट्र रिपीट
झारखंड में सियासी हलचल के बीच गठबंधन दल के विधायकों को रायपुर ले जाया जा रहा है। इसे लेकर रांची एयरपोर्ट में इंडिगो की स्पेशल फ्लाइट बुक की गई है। शाम साढ़े 4 बजे विधायकों को रायपुर शिफ्ट किया जा सकता है। सभी विधायक और मंत्री CM हाउस पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि यहां से बसों के जरिए विधायकों को एयरपोर्ट ले जाया जाएगा। फिर एयरपोर्ट से विधायकों को रायपुर भेजा जाएगा।
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रायपुर एयरपोर्ट पर भी विधायकों के पहुंचे को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। विधायकों को एयरपोर्ट से बसों के जरिए नया रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट ले जाया जाएगा। शाम साढ़े 5 बजे तक विधायकों के रायपुर पहुंचने की खबर है। बताया जा रहा है कि रिसॉर्ट में 30-31 अगस्त की बुकिंग की गई है।
रायपुर में रिसॉर्ट बुक
मिल रही सूचना के अनुसार रायपुर में Mayfair गोल्फ रिसोर्ट में विधायकों के लिए कमरा बुक हो चुका है. रायपुर एसपी ने बाकायदा डेप्यूटेशन का पत्र भी जारी कर दिया है. दर्जनों अधिकारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है. फिलहाल 31 अगस्त तक के लिए कमरा बुक कराया गया है.
पता नहीं क्यों बुलाया गया है: बन्ना गुप्ता
मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश के पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि फिलहाल हमें कुछ पता नहीं है, क्यों बुलाया गया है. बात होगी तब मालूम पड़ेगा. बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार को अपदस्थ करने की साजिश रची जा रही है. भाजपा कि ये करस्तानी काला अध्याय के समान है. भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. हमारी सरकार बहुत मज़बूत है और हम पूरी तरह से एकजुट हैं.
1 सितंबर को हेमंत कैबिनेट की बैठक
इसी बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 1 सितंबर को झारखंड कैबिनेट की बैठक बुलायी है. कहा जा रहा है कि दो दिनों तक रायपुर में रहने के बाद महागठबंधन का कुनबा 1 सितंबर को रांची वापस लौटेगा. शाम चार बजे कैबिनेट की बैठक होगी. इसके बाद फिर महागठबंधन के विधायकों की बैठक होगी और आगे की रणनीति तय की जायेगी. यदि इस बीच राज्यपाल का फैसला आ जाता है तो उसके हिसाब से रणनीति बनेगी यदि नहीं आता है तो फिर विधायकों को लेकर किसी अन्य जगह जाया जायेगा.
इधर, बीजेपी विधायक दल-बदल मामले में बाबूलाल मरांडी पर विधानसभा में सुनवाई पूरी हो गई है। किसी भी वक्त उनपर फैसला आ सकता है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री सोरेन पर फैसले के बाद ही इसपर कुछ फैसला आ सकता है।

दल-बदल मामले में बाबूलाल मरांडी पर सुनवाई पूरी
दल-बदल मामले में मरांडी पर सुनवाई पूरी हो गई है। इसपर किसी भी वक्त भी फैसला आ सकता है। दरअसल बाबूलाल मरांडी पर झाविमो (झारखंड विकास मोर्चा) के सिंबल पर विधानसभा चुनाव 2019 में निर्वाचित होने के बाद भाजपा में शामिल हो गए। मरांडी ने कहा कि उन्होंने झाविमो का विलय भाजपा में नियमानुसार किया है। तीन विधायकों में से दो को निष्कासित करने के बाद पार्टी में बचे एक मात्र विधायक ने पार्टी का विलय करने का निर्णय किया। यह दल-बदल का मामला नहीं बनता है। झाविमो में भाजपा के विलय को निर्वाचन आयोग की मंजूरी भी मिल चुकी है।