उर्दू किसी एक मजहब की जुबान नहीं बिहार सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उर्दू को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए:- सैयद दानिश
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रहमते मुस्तफ़ा सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक सैय्यद दानिश ने आज हमज़ापुर स्थित राजकीय उर्दू मध्य विद्यालय का दौरा किया
और उर्दू को लेकर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा उर्दू बेहतरीन भाषा है इसको पढ़ने से दिमाग़ तेज़ होता है और अक़्ल तेज़ होती है। उन्होंने कहा भारत मे हिंदी उर्दू का रिश्ता काफ़ी पुराना है। उन्होंने कहा के उर्दू मुसलमान की भाषा नहीं है बल्कि इसे कोई भी सीख सकता है। उर्दू भाषा का व्याकरण पूर्णतः हिंदी भाषा के व्याकरण जैसा है तथा यह अनेक भारतीय भाषाओं से मेल खाता है। उर्दू नस्तालीक़ लिपि में लिखी जाती है, जो फ़ारसी-अरबी लिपि का एक रूप है। उर्दू दाएँ से बाएँ लिखी जाती है। उन्होंने सरकार से अपील की के उर्दू को बढ़ावा देने के लिए लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जाए जिससे दूसरे लोगों को उर्दू की अहमियत मालूम हो सके। उन्होंने स्कूल और कॉलेज से भी अपील की के अपने यहां उर्दू विषय को ज़रूर रखें इससे छात्रों में बेदारी पैदा होगी और वो जागरूक होंगे।
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Report By :- ANJUM KHAN, NEWS DESK, NATION EXPRESS, BIHAR