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राज हॉस्पिटल में कुव्यवस्था का राज, 6 घंटे तड़पता रहा मरीज, नहीं आया डॉक्टर
राजधानी रांची के प्राइवेट हॉस्पिटलों में व्यवस्था भगवान भरोसे है. मेन रोड स्थित राज हॉस्पिटल की बात करें तो यहां भवन तो भव्य है, लेकिन मरीज को देखने लिए समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. रविवार को तड़के अस्पताल प्रबंधन की मांग के अनुसार फीस जमाकर दाखिल हुआ मरीज 6 घंटे तक पेट दर्द और सांस लेने में तकलीफ के साथ तड़पता रहा लेकिन कोई सीनियर डॉक्टर झांकने तक नहीं आया. परिजन भी डॉक्टरों को बुलाने की गुहार लगाते रहे. लेकिन इससे भी ड्यूटी में तैनात जूनियर डॉक्टर और स्टाफ का दिल नहीं पसीजा.
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करीब साढ़े नौ बजे तक सीनियर डॉक्टर के नहीं पहुंचने नाराज परिजनों ने मरीज को किसी अस्पताल में शिफ्ट करने की बात अस्पताल में मौजूद स्टाफ से बात की तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने आनाकानी शुरू कर दी. मरीज के परिजन ने अस्पताल प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों से भी इस बाबत बात की. तब मरीज को डिस्चार्ज किया गया. इसके बाद परिजन उसे लेकर पारस हॉस्पिटल गए. जहां मरीज की स्थिति में सुधार हो रहा है. वहीं परिजनों ने बताया कि राज हॉस्पिटल शहर के बड़े निजी अस्पतालों में गिना जाता है, लेकिन यहां की व्यवस्था व कर्मचारियों का व्यवहार बेहद घटिया है. भवन ऊंचा है लेकिन बाथरूम की साढ़े नौ बजे तक सफाई नहीं हो पाई थी.
रांची के बसारगढ़ के रहने वाले युवक रोहित सिंह को शनिवार देर रात पेट में अचानक से दर्द हुआ. वहीं सांस लेने में तकलीफ होने लगी. परिजन उसे रविवार अहले सुबह 3.30 बजे के करीब राज हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां इमरजेंसी में उसे एडमिट कर लिया गया. इसके बाद डॉक्टर के आने की बात कहकर स्टाफ चले गए. थोड़ी देर बाद परिजनों ने डॉक्टरों के बारे में पूछा तो यहीं आश्वासन मिला कि कुछ देर में डॉक्टर आ जाएंगे. इस बीच जूनियर डॉक्टर को स्टाफ ने बुलाया. लेकिन उसे भी कुछ समझ में नहीं आया. फिर कहा गया नौ बजे सीनियर डॉक्टर आएंगे. लेकिन जब सुबह 9.30 बजे डॉक्टर नहीं पहुंचे तो मरीज के परिजनों के सब्र का बांध टूट गया. मजबूरन वे मरीज पारस हॉस्पिटल ले गए.
Report By :- VAISHALI SINGH, NEWS DESK, NATION EXPRESS, RANCHI