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सिरमटोली फ्लाईओवर रैंप के विरोध में आज मशाल जुलूस, कल रांची बंद का ऐलान
झारखंड उलगुलान मोर्चा ने 22 मार्च को रांची बंद का समर्थन किया है। केंद्रीय अध्यक्ष रवि पीटर ने बताया कि बाबा कार्तिक उरांव और करमचंद भगत के नेतृत्व में धार्मिक स्थलों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया गया...
रांची के सिरम टोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल पर हो रहे कथित अतिक्रमण के खिलाफ आदिवासी संगठन लगातार आंदोलनरत है। आदिवासी समाज लगातार सिरमटोली फ्लाईओवर का विरोध करता रहा है। इसी दौरान आदिवासी संगठनों ने 21 मार्च को मशाल जुलूस और 22 मार्च को रांची बंद बुलाया है। समाज ने बड़ी संख्या में एकजुट होकर मशाल जुलूस और रांची बंद की घोषणा कर दी है। सिरमटोली बचाओ मोर्चा इसका नेतृत्व कर रहा है. मोर्चा ने रांची बंद के दौरान परीक्षार्थियों, एंबुलेंस और दवा दुकानों को ‘बंद’ से अलग रखने का फैसला किया है.
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व्यावसायिक मंचों और वाहन चालकों से सहयोग की अपील
सिरमटोली बचाओ मोर्चा के प्रतिनिधियों ने ‘रांची बंद’ को लेकर सभी व्यावसायिक मंचों और वाहन चालकों से सहयोग की अपील की है. झारखंड चेंबर, अंजुमन इस्लामिया, रोस्पा टावर दुकानदार संघ, ऑटो रिक्शा चालक संघ, बस चालक संचालक, मेन रोड दुकानदार सहयोग समिति सहित रांची के कई दुकानदार संघों को बुधवार को पत्र लिखकर बंद को सफल बनाने की अपील की गयी है. शनिवार को बंद के दौरान सभी चौक-चौराहों पर चक्का जाम करने की भी अपील की गयी है.
सुबह 6 बजे से चौक-चौराहों पर होगा चक्का जाम
मोर्चा के प्रतिनिधियों ने रांचीवासियों से इस शांतिपूर्ण बंद को सहयोग देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि रांची बंद का आह्वान केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली सरना स्थल और पारंपरिक सरहुल शोभायात्रा की सुरक्षा के लिए किया गया है. 22 मार्च 2025 को सुबह 6 बजे से रात के 12 बजे तक रांची में सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर चक्का जाम किया जायेगा.
रैंप की वजह से सरना स्थल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है-आदिवासी संगठन
बता दें कि सिरम टोली में सरना स्थल के पास सिरमटोली-मेकॉन फ्लाईओवर का रैंप हटाने की मांग लगातार कई महीनों से चल रही है। तमाम आदिवासी संगठन एवं सरना धर्म के लोगों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को सीधे शब्दों में कह दिया है कि रैंप होने की वजह से सरना स्थल के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
आदिवासी समुदाय के लिए पवित्र स्थल है सिरमटोली सरनास्थल
सिरम टोली स्थित सरना स्थल आदिवासी समुदाय के लिए एक पवित्र स्थल है, जहां आदिवासी संस्कृति और धर्म से जुड़े महत्वपूर्ण अनुष्ठान और समारोह आयोजित होते हैं। लेकिन, हाल ही में इस स्थान के पास सिरम टोली- मेकॉन फ्लाईओवर का रैंप निर्माण किया गया है, जिसे आदिवासी संगठनों द्वारा सरना स्थल के अस्तित्व के लिए खतरा बताया जा रहा है।
कई महीनों से इस मुद्दे को लेकर आदिवासी संगठन और सरना धर्म के अनुयायी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि रैंप के निर्माण से सरना स्थल का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व प्रभावित हो सकता है, और इसका अस्तित्व संकट में पड़ सकता है।
Ranchi Band : जल्द से जल्द समस्या का समाधान निकाले सरकार
आदिवासी संगठनों ने इस मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर सरकार से अपनी बात रखी। इन संगठनों का कहना है कि सरकार को इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि रैंप हटाने की मांग को लेकर वे कोई समझौता नहीं करेंगे और यदि उनकी मांगों को अनदेखा किया गया, तो वे आंदोलन को और भी तेज करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदिवासी नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों को तुरंत नहीं माना गया, तो वे रांची बंद का आह्वान करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 21 मार्च को मशाल जुलूस निकाला जाएगा और 22 मार्च को पूरे रांची शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को बंद करने की अपील की गई है।
21 मार्च को जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से शुरू होगा मशाल जुलूस
आदिवासी संगठनों के द्वारा घोषित मशाल जुलूस 21 मार्च को रांची के जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम से शुरू होकर अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाली जाएगी। जुलूस दोपहर 3 बजे शुरू होगा और इसमें सैकड़ों आदिवासी समाज के लोग शामिल होंगे। यह जुलूस एकजुटता और सरना स्थल के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था टाइट
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रांची पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया है। अधिकारियों का कहना है कि वे इस आंदोलन को शांति और व्यवस्था बनाए रखते हुए देखने का प्रयास करेंगे। साथ ही, यह भी कहा गया है कि अगर कोई अप्रिय घटना घटती है, तो पुलिस तत्काल कार्रवाई करेगी।
Report By :- PALAK TIWARI, CITY DESK, NATION EXPRESS, RANCHI